अपने देश मे जब
आम मुसलमान नमाज पढता है
तो इंसानियत को राह मिलती है
और जब आम हिन्दू
राम राम कहता है
तो आनन्द की थाह मिलती है
लेकिन जब फिरकापरस्त
नमाज पढता है
तो जनमानस उदास होता है
और जब राजनेता राम राम कहता है
तो राम को
वनवास होता है ।
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2010
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