शनिवार, 29 मई 2010

आज हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर

अखरे जो बार बार

उसे अखबार

कहते हैं ।

सरके जो बार बार

उसे सरकार

कहते हैं ।

समाचारों को बेचकर

खरीद ले जो कार

उसे पत्रकार

कहते हैं ।

मंगलवार, 25 मई 2010

युवा शक्ति

युवा शक्ति

एक जल वर्षण

युग का आकर्षण

सीपी मे गिरे तो

मोती हो जाती है

अन्यथा समुद्र मे जाकर

खारी हो जाती है ।

मंगलवार, 18 मई 2010

जनता आम सड़क है ।

अपने देश मे
जनता : आम सड़क है ।
जनतंत्र : एक ट्रक है
जिस पर
पब्लिक कैरियर लिखा है
लेकिन पूँजीपतियों का
सामान भरा है ।

ब्रेक : चुनाव
एक्सीलेटर : उपचुनाव
चुँगी : मध्यावधि चुनाव
पंक्चर : इमर्जेन्सी
और हार्न
देश की प्रगति को
बताता है ।
सावधान !
घायल मत हो जाना
जनतंत्र का ट्रक
आता है ।

बुधवार, 12 मई 2010

वेश्या और नेता

वेश्यालय के
मकान नम्बर सात पर
लिखा था -
नेताओँ का प्रवेश
वर्जित ।
क्योंकि उनका धन
हमसे भी अधिक
गलत तरीके से
अर्जित ।

गुरुवार, 6 मई 2010

कसाव को फाँसी ; एक संवाद

( आतंकवाद का वर्चस्व है , आन्तरिक या वाह्य - खुलेआम ग्राह्य )

कसाव को फाँसी के
निर्णय के बाद
मुझे याद आ गयी
अफजल को फाँसी से
छोड़े जाने की फरियाद
जिस पर आज तक निर्णय न हुआ ।
सियारों की मीटिंग मे
क्या हुआ -
हुआ हुआ हुआ
हुक्की हुआ ।