विष दो या मुझे
अमरत्व ही दो
पति मान चुकी
घनश्याम को हूँ ।
इन बन्धनोँ मेँ
बँधना है नहीँ
सब त्याग चुकी
धन धाम को हूँ ।
अपना लिया है
अपने प्रिय को
मन दे चुकी
लोक ललाम को हूँ ।
मन मीरा बना
विष पीना पड़ा
अनुमान चुकी
परिणाम को हूँ ।
रविवार, 24 अक्टूबर 2010
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25 टिप्पणियां:
समर्पित मैं भक्ति के अभिराम को हूँ,
सुंदर छंद।
जै श्री कुष्ण।
रचना ने प्रभावित किया।
मन मीरा बना
विष पीना पड़ा
अनुमान चुकी
परिणाम को हूँ
waah bahut sundar .
बहुत सुन्दर छंद .....मीरा के भाव को पारिभाषित
कर गया !बधाई !
पंडित जी! एक महान संत कवि मीराबाई की भक्ति को नमन!
sundar chhand--sundar kavita..aabhaar
behatreen h arun ji...
sunder...
bhakti bhaw se sarabor sundar rachna....man hee meeramay ho gaya
मीरा के दृढ़ प्रेम का
खूबसूरती से वर्णन .
utsarg meyn jo sukh chipa hai,
prapti mey wah hai kahan.....
meera ka yah sheersh samarpn
aaj hai dekhta kahan...
Arunesh ... ji bahut sundar chand hai..
मन मीरा बना
विष पीना पड़ा
अनुमान चुकी
परिणाम को हूँ ।
मीरा के विषपान को आज के परिप्रेक्ष्य में बहुत खूबसूरती से जोडा है । सुंदर कविता ।
चरैवती -चरैवती आपके ब्लॉग पर आना हुआ . सर्वप्रथम आपको हार्दिक नमन ......... आपकी हर रचना के लिए एक साथ ही ........... बहुत सुन्दर ..........
अनुमान चुकी
परिणाम को हूँ !!!
wah kyaa khne !!!
हमेशा की तरह उम्दा भावावियक्ति.....
पढ़कर बहुत ख़ुशी हुई.
अरुणेश जी,
भक्ति रस से ओत-प्रोत एक सुन्दर रचना!
जय श्री कृष्ण!
आशीष
---
पहला ख़ुमार और फिर उतरा बुखार!!!
Meera ki samarpit bhav ki behatarin prastuti.
Achha laga.. Arath amit ati akhar thore.
... behatreen !!!
मन मीरा बना ,
विष पीना पड़ा ;
अनुमान चुकी,
परिणाम को हूँ ।
बहुत सुन्दर !!
सुन्दर छंद
Sudar avivyakti.PLz. visit my blog.
सुन्दर प्रस्तुति ....
वाह...अरुणेश जी...वाह!
कितनी प्रवहमानता के साथ छंद को निभाया है आपने... मज़ा आ गया! कई-कई बार गा-गाकर पढ़ा...और पढ़-पढ़कर गाया है मैंने इसे! कहीं कोई झोल नहीं!
हाँ...एक बात विनम्रतापूर्वक कहना चाहूँगा कि निम्न शब्दों की वर्तनियाँ संशोधित कर दीजिएगा-
बन्धनोँ मेँ...की जगह-- ‘बंधनों में’
नहीँ...के स्थान पर-- ‘नहीं’
ऐसा नहीं है कि आप इन शब्दों की सही वर्तनी नहीं जानते हैं... यह तो बस्स्स्स्स एक टाइपिंग त्रुटि है।
.....................
Note : अनुस्वार के लिए स्पेस+M वाली बटनें दबाने से काम चल जाता है...!
श्री जितेन्द्र 'जौहर' जी - आपके सुझाव का क्रियान्वयन किया जाएगा । परामर्श अनमोल है ।
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